यूपी सरकार स्कूलों को लेकर दे रही बड़ी खुशखबरी, स्कूल मर्जर का दुख समाप्त UP School News

UP School News Today : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2025) पर 3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूल शुरू करने की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। कई X पोस्ट्स और व्हाट्सएप ग्रुप्स में दावा किया जा रहा है कि यह पहल प्री-प्राइमरी शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत मजबूत करने के लिए है। कुछ पोस्ट्स में कहा गया कि इन स्कूलों में हजारों शिक्षकों की भर्ती होगी, जबकि अन्य में तकनीकी समस्याओं या बजट की कमी के कारण देरी की अफवाहें फैलाई गईं। इन खबरों ने उन लाखों अभिभावकों और शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे युवाओं में उत्साह के साथ-साथ भ्रम भी पैदा कर दिया है। हमने इन दावों की गहराई से जांच की और आधिकारिक जानकारी के आधार पर तथ्यों को आपके सामने रख रहे हैं।

3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूलों की हकीकत

हमारी पड़ताल के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने वास्तव में स्वतंत्रता दिवस 2025 पर 3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूल शुरू करने की योजना की घोषणा की है। यह जानकारी बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों और हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट (13 अगस्त 2025) के आधार पर सही है। ये स्कूल ‘बालवाटिका’ के रूप में सरकारी प्राइमरी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ संचालित होंगे, ताकि 3-6 वर्ष के बच्चों को प्री-प्राइमरी शिक्षा दी जा सके। यह पहल NEP 2020 के तहत प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत करने और बच्चों के संज्ञानात्मक, शारीरिक, और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने का हिस्सा है।

हालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि इन स्कूलों के लिए 1 लाख से अधिक शिक्षकों की भर्ती होगी, जो भ्रामक है। वास्तव में, बेसिक शिक्षा विभाग ने 24 अगस्त 2024 को 10,684 अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ECCE) शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी। ये शिक्षक 11 महीने के अनुबंध पर ₹10,313 मासिक मानदेय के साथ नियुक्त होंगे। इसके अलावा, कुछ X पोस्ट्स में यह भी कहा गया कि तकनीकी समस्याओं या बजट की कमी के कारण योजना स्थगित हो सकती है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि प्रक्रिया समय पर चल रही है।

UP School News वायरल खबरों का कारण

3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूलों की खबर को लेकर भ्रम कुछ अनौपचारिक वेबसाइट्स और कोचिंग संस्थानों से शुरू हुआ, जिन्होंने बिना पुष्टि के शिक्षक भर्ती की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। उत्तर प्रदेश में 1.89 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों और NEP 2020 के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा पर बढ़ते जोर ने इन अफवाहों को हवा दी। कुछ पोस्ट्स में बिहार की शिक्षक भर्ती (BPSC TRE 4) की तर्ज पर यूपी में भी बड़े पैमाने पर भर्ती का दावा किया गया। इसके अलावा, हाल ही में यूपी में 38,000 TGT, PGT, और प्राइमरी शिक्षकों की स्थायी भर्ती की घोषणा ने भी भ्रम बढ़ाया। हालांकि, ये भर्तियां प्री-प्राइमरी स्तर से अलग हैं।

नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूलों की स्थिति

उत्तर प्रदेश में प्री-प्राइमरी शिक्षा और ECCE शिक्षक भर्ती से संबंधित नवीनतम अपडेट्स इस प्रकार हैं:

    • स्कूलों की संख्या: 3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूल स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2025) पर शुरू होंगे। ये स्कूल सरकारी प्राइमरी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ ‘बालवाटिका’ के रूप में संचालित होंगे।
  • ECCE शिक्षक भर्ती: 10,684 शिक्षकों की भर्ती 11 महीने के अनुबंध पर होगी। मानदेय: ₹10,313 प्रति माह (EPF और ESI सहित)।
  • जिम्मेदारियां: 3-6 वर्ष के बच्चों को खेल-आधारित शिक्षा, पोषण, और विकासात्मक गतिविधियों के माध्यम से स्कूल के लिए तैयार करना।
  • पात्रता: गृह विज्ञान में स्नातक (50% अंकों के साथ) या 2 वर्षीय नर्सरी शिक्षण डिप्लोमा (D.El.Ed, NTT, या NCTE से मान्यता प्राप्त)। आयु: 18-40 वर्ष (1 जुलाई 2024 के आधार पर)।
  • चयन प्रक्रिया: मेरिट आधारित (शैक्षिक योग्यता)। कोई लिखित परीक्षा नहीं।
  • आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन आवेदन जल्द ही basiceducation.up.gov.in या icdsup.net पर शुरू होंगे। नोटिफिकेशन 24 अगस्त 2024 को जारी हो चुका है।
  • जिलावार वितरण: आजमगढ़ (325), सीतापुर (266), गोरखपुर (260), हरदोई (250), गाजीपुर (248), प्रयागराज (287), लखनऊ (141), वाराणसी (135), आदि।
  • अपडेट: सरकार ने 95,000 आंगनवाड़ी केंद्रों को ‘बालवाटिका’ में बदलने का लक्ष्य रखा है, जिसमें से 3,000 स्कूल 2025 में शुरू होंगे।

अभ्यर्थियों और अभिभावकों के लिए सलाह

इस पहल से जुड़े अभ्यर्थियों और अभिभावकों के लिए कुछ जरूरी सुझाव:

  • केवल आधिकारिक वेबसाइट्स (basiceducation.up.gov.in, icdsup.net) से जानकारी लें। फर्जी नोटिफिकेशन और अनौपचारिक स्रोतों से सावधान रहें।
  • शिक्षक भर्ती के लिए शैक्षिक प्रमाणपत्र (गृह विज्ञान स्नातक या D.El.Ed/NTT डिप्लोमा), आधार कार्ड, और पासपोर्ट साइज फोटो तैयार रखें।
  • NEP 2020 और निपुण भारत मिशन के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा के लक्ष्यों (जैसे खेल-आधारित शिक्षण, संज्ञानात्मक विकास) को समझें।
  • अभिभावक अपने बच्चों को नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या प्राइमरी स्कूल में ‘बालवाटिका’ के लिए पंजीकृत कराने की जानकारी जुटाएं।
  • आवेदन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड सुरक्षित रखें।
  • स्थानीय आंगनवाड़ी केंद्रों और प्राइमरी स्कूलों से संपर्क कर स्कूल शुरू होने की तारीख और सुविधाओं की जानकारी लें।

प्री-प्राइमरी शिक्षा में यूपी का विजन

उत्तर प्रदेश सरकार NEP 2020 के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। 3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूलों की शुरुआत 1.89 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में से 95,000 को ‘बालवाटिका’ में बदलने की दिशा में पहला कदम है। ये स्कूल 3-6 वर्ष के बच्चों को खेल-आधारित शिक्षा, पोषण, और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे, ताकि उनकी स्कूल के लिए शुरुआती तैयारी मजबूत हो। ECCE शिक्षकों की भर्ती से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का बोझ कम होगा और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।

ये है जरूरी अपडेट यूपी स्कूलों को लेकर

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 3,000 नर्सरी और किंडरगार्टन स्कूल स्वतंत्रता दिवस 2025 पर शुरू करने की खबर सही है, लेकिन 1 लाख शिक्षक भर्ती की वायरल खबरें भ्रामक हैं। वास्तव में, 10,684 ECCE शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह पहल NEP 2020 के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। अभ्यर्थियों और अभिभावकों को सलाह है कि वे फर्जी खबरों से सावधान रहें, केवल basiceducation.up.gov.in या icdsup.net जैसे आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें, और शिक्षक भर्ती या बच्चों के पंजीकरण की तैयारी शुरू करें। यह पहल यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करने का अवसर है। हमारी टीम इस विषय पर नजर रखे हुए है, और नए अपडेट्स आते ही आपको सूचित किया जाएगा। तब तक, सही जानकारी के साथ आगे बढ़ें और इस अवसर का लाभ उठाएं!

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